Friendship Day Thought 2023: उज्जैन में महाभारत काल से जुड़ा एक मंदिर है जो दोस्ती की मिसाल देता है

सिंघई रचित जैन

Updated on:

friendship day thought
Spread the love

Happy friendship Day: दुनिया के एकमात्र दोस्तों की याद में बनाया गया मंदिर कहां है? आज हम आपको एक मंदिर बताते हैं जो दुनिया के सबसे अच्छे दोस्त श्रीकृष्ण और सुदामा की दोस्ती की याद में बनाया गया था।

friendship day thought

Friendship Day Thought: 6 अगस्त को देश भर में दोस्ती दिवस मनाया जाएगा। इस दिन को हर दोस्त अलग तरह से मनाता है। दोस्ती की बहुत सी कहानियां पढ़ी और सुनी जाती हैं। इस अवसर पर, हम दोस्ती के लिए प्रसिद्ध मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित नारायणा मंदिर के बारे में आपको बताते हैं। इस मंदिर का संबंध दरअसल भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा से है। लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा प्राप्त करने के लिए संदीपनि ऋषि के आश्रम में प्रवेश किया था। यहीं पर वे एक गरीब ब्राह्मण सुदामा से मिले।

एक दिन श्रीकृष्ण और सुदामा को उनकी गुरु माता ने जंगल में लकड़ियां लाने के लिए भेजा। जंगल में लकड़ी बीनते समय अचानक भारी बारिश होने लगी। रात अंधेरी होने के कारण उन्हें एक जगह रुकना पड़ा। नारायणा गांव में स्थित यह स्थान ‘कृष्ण-सुदामा धाम’ कहलाता है। यह मंदिर ‘मित्रता का मंदिर‘ भी कहलाता है।

मंदिर में एक लकड़ी का गट्ठर भी है, जिसे कहा जाता है कि श्रीकृष्ण-सुदामा बारिश की वजह से नहीं ले जा पाए थे। ये मंदिर उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील से लगभग नौ किलोमीटर दूर है और भारत का एकमात्र मंदिर है, जहां भगवान श्रीकृष्ण और उनके दोस्त सुदामा की पूजा की जाती है।

ये मंदिर महिदपुर तहसील में उज्जैन से 35 किमी दूर है। नारायणा गांव के इस मंदिर का भागवत पुराण के दसवें स्कंद में उल्लेख है। यहाँ के पुजारी का कहना है कि “विश्वभर में इनका और कहीं मंदिर नहीं है।” दोस्ती का प्रतीक यह मंदिर है। यहां हर दिन लोग आते हैं। यहां आम दिनों में भागवत कथा, भजन-कीर्तन आदि पढ़े जाते हैं। यहां कृष्ण जन्माष्टमी पर मेला लगता है। करीब दो लाख लोग यहां दर्शन करते हैं। रक्षाबंधन से ही जन्माष्टमी उत्सव शुरू होता है।”

नारायण धाम मंदिर में स्थित पेड़ भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की दोस्ती का प्रमाण हैं। इस मंदिर के चारों ओर लगे हरे-भरे पेड़ों को कहा जाता है कि “ये पेड़ उन्हीं लकड़ियों के फले-फूले हैं जो श्रीकृष्ण और सुदामा ने एकत्रित की थीं।”

Happy friendship Day…..

Friendship Day Thought

अगर कोई है जिस पर मैं बिना सोचे-समझे निर्भर रह सकता हूं तो वह तुम हो मेरे दोस्त। आपको मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।(Friendship Day Thought)

NOTE :

खबर मालवा एक छोटा सा प्रयास है , आप तक मालवा क्षेत्र की महत्वपूर्ण सूचनाऐं पहुँचाने का , इसमें आपका योगदान भी अपेक्षित है। आप ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसे शेयर करके हमारी सहायता कर सकते है।
धन्यवाद
टीम खबर मालवा

Author

Leave a Comment