INS Vindhyagiri Launched 2023: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छठे गुप्त युद्धपोत ‘आईएनएस विंध्यगिरि’ का उद्घाटन किया।

सिंघई रचित जैन

Updated on:

INS Vindhyagiri launched
Spread the love
INS Vindhyagiri Launched:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कोलकाता में हुगली नदी के तट पर जीआरएसई सुविधा में आईएनएस विंध्यगिरि नामक नवीनतम गुप्त युद्धपोत का उद्घाटन किया।
(Image Source: Twitter/ @rashtrapatibhvn)

INS Vindhyagiri Launched: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कोलकाता में हुगली नदी के तट पर जीआरएसई सुविधा में आईएनएस विंध्यगिरि नामक नवीनतम गुप्त युद्धपोत का उद्घाटन किया। गुरुवार को कोलकाता में हुगली नदी के तट पर गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) सुविधा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आईएनएस विंध्यगिरि नामक एक नवीनतम गुप्त युद्धपोत का उद्घाटन किया।

प्रोजेक्ट 17ए के तहत आईएनएस विंध्यगिरि जीआरएसई में बनाया गया छठा गुप्त युद्धपोत है।

INS Vindhyagiri Launched

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल एससीवी आनंद बोस, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और अन्य अधिकारी भी उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे।आईएनएस विन्ध्यगिरि उन्नत हथियारों व गुप्त विशेषताओं से लैस है , साथ ही इसमें सेंसर तथा प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम है।
यह कोलकाता स्थित युद्धपोत निर्माता को परियोजना के तहत नौसेना के लिए बनाने के लिए अनुबंधित तीसरा और अंतिम गुप्त युद्धपोत है। उन्नत जहाज को नवीनतम उपकरणों से सजाया जाएगा और सेवा में शामिल होने से पहले परिक्षण करके भारतीय नौसेना को सौंपा जाएगा।

(Image Source: Twitter/ @rashtrapatibhvn)

बढ़ेगी आत्मनिर्भरता

नरेंद्र मोदी की केंद्रीय सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य के अनुरूप, प्रोजेक्ट 17 ए के 75 प्रतिशत से अधिक ऑर्डर देश में MSMEs और सहायक उद्योगों सहित स्वदेशी फर्मों को दिया गया है।

रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि आईएनएस विंध्यगिरि के प्रक्षेपण से भारत का रक्षा औद्योगिक आधार मजबूत होगा, उसकी आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कम होगी और देश का रक्षा औद्योगिक आधार मजबूत होगा।

2026 तक शामील होंगे सभी जहाज

पहले दो जहाजों को 2024 तक नौसेना में शामिल किए जाने की उम्मीद है, शेष पांच को 2026 तक शामिल किए जाने की उम्मीद है।

आईएनएस विंध्यगिरि को ईंधन-कुशल प्रणोदन के लिए दो डीजल इंजन और दो यूएस-निर्मित जनरल इलेक्ट्रिक एलएम 2500 गैस टर्बाइन द्वारा संचालित किया जाएगा, जो युद्धपोत को 30 समुद्री मील से भी अधिक की तेज गति से यात्रा करने में सक्षम करेगा।

(Image Source: Twitter/ @rashtrapatibhvn)

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने “INS विंध्यगिरि” का महत्त्व बताया

कार्यक्रम के दौरान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने “INS विंध्यगिरि” के महत्व पर जोर दिया और कहा कि “हिंद महासागर क्षेत्र और बड़े हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा के कई पहलू हैं।भारत की नौसेना को भारत के समुद्री हितों की रक्षा, संरक्षण और बढ़ावा देने का अधिकार है। भारतीय नौसेना को सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए हमेशा सक्रिय रहना होगा”

NOTE:

खबर मालवा एक छोटा सा प्रयास है , आप तक मालवा क्षेत्र की महत्वपूर्ण सूचनाऐं पहुँचाने का , इसमें आपका योगदान भी अपेक्षित है। आप ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसे शेयर करके हमारी सहायता कर सकते है।
धन्यवाद
टीम खबर मालवा

Author

Leave a Comment

Exit mobile version