G20 Summit In Bharat : भारत में 9 और 10 सितम्बर को G20 Summit का आयोजन हो रहा है। और भारत इसकी अध्यक्षता कर रहा है। इसमें अमेरिका , इंग्लैंड , जापान, इटली समेत कई देशो के प्रमुख शामिल हो रहे हैं।
G20 Summit In Bharat: इसमें 9 सितम्बर को रात्रिभोज में भारत के सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को भी आमंत्रित किया गया था। लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसमें नहीं पहुंचे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने ट्वीट करके कहा कि “आज बाबा श्री खींवादास जी महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में सांगलिया पीठ, सीकर जाने का कार्यक्रम था परन्तु जी-20 की बैठक के कारण गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने एयरस्पेस में उदयपुर से सीकर हेलिकॉप्टर से जाने की अनुमति नहीं दी जिसके कारण आज सांगलिया पीठ नहीं पहुंच पा रहा हूं। सांगलिया पीठ के पीठाधीश्वर श्री ओम दास महाराज से फोन पर बात कर जानकारी दी। मैं जल्दी ही सांगलिया पीठ आशीर्वाद लेने आऊंगा।“
MHA ने दिया जवाब
इस पर MHA (मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स) कि तरफ से ट्वीट कर जवाब दिया गया कि “एक समाचार रिपोर्ट में, राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय द्वारा उनके हेलीकॉप्टर उड़ान के लिए मंजूरी देने से इनकार करने का दावा किया है। सीकर सहित उड़ान अनुमति के लिए सीएम राजस्थान से चार अनुरोध प्राप्त हुए थे, और सभी को एमएचए द्वारा अनुमोदित किया गया था। (1/2)“
क्यों बोलना पड़ा झूठ ?
राजनीतिक जानकार यह बताते हैं कि दरअसल रात्रिभोज में न तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बुलाया गया था और न ही सोनिया गांधी तथा राहुल गाँधी को बुलाया गया था। इसलिए उन्होंने डिनर में ना जाने के लिए बहाना बना लिया।
लेकिन यह पूरी तरह से सत्य भी नहीं लगता हैं , क्योंकि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्कू रात्रिभोज में पहुंचे थे। अगर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पहुंच सकते हैं। तो अशोक गेहलोत भी पहुंच सकते थे।
इसी तरह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी बहाना बना लिया कि दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है। इस वजह से वे डिनर में नहीं जा पाए। दरअसल नो फ्लाइंग जोन में सारे प्रदेश मुख्यमंत्रियों के हवाई जहाज को अनुमति थी। सिवाय चार्टेड प्लेन के।
साथ ही विपक्षी दलों के कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी इस रात्रि भोज में शामिल हुए थे। ममता बनर्जी , नितीश कुमार , M K स्टालिन व कई अन्य विपक्षी दलों के मुख्यमंत्री पहुंचे थे। तथा भाजपा के सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी रात्रिभोज में शामिल हुए थे।
क्यों आमंत्रित नहीं किया गया मल्लिकार्जुन खड़गे को ?
इस रात्रिभोज में भारत के सभी मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों तथा केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया था। चूँकि मल्लिकार्जुन खड़गे , सोनिया गाँधी और राहुल गांधी इस क्राइटेरिया में नहीं आते हैं, तो इन्हे नहीं बुलाया गया। यहाँ तक कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को भी आमंत्रित नहीं किया गया था।
स्वंत्रता दिवस के अवसर पर नहीं गए थे कांग्रेस अध्यक्ष
इसी वर्ष 2023 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित किया गया था, और उनके लिए सीट भी रिज़र्व रखी गई थी। लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नहीं पहुंचे थे।
उन्होंने कहा था कि चूँकि उनकी आँख में दर्द हो रहा था। और उन्हें अपने निवास तथा कांग्रेस मुख्यालय पर भी झंडा वंदन करना था। इसलिए वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर आयोजित कार्यक्रम में नहीं गए।
मनमोहन सिंह ने की तारीफ़
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तारीफ़ करते हुए कहा कि “भारत ने यह बहुत ही अच्छा कार्य किया है।” साथ ही यह भी कहा कि “दुनिया में भारत की स्थिति घरेलू राजनीति में एक मुद्दा होना चाहिए, लेकिन पार्टी या व्यक्तिगत राजनीति के लिए कूटनीति और विदेश नीति का उपयोग करने में संयम बरतना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।”
क्या परिणाम रहे G20 Summit In Bharat के ?
- अफ्रीकन यूनियन G20 शामिल : G20 देशों के समूह में पहले अफ्रीकन देशों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं था। इस बैठक में अफ्रीकन देशो के समूह अफ्रीकन यूनियन को भी शामिल कर लिया गया है। अब यह G21 हो चूका है।
- यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर सहमति : यूक्रेन और रूस के युद्ध पर एक सहमति बना ली गई है।
- “दिल्ली डिक्लेरेशन” पूर्ण सहमति : इस बैठक की सबसे बड़ी उपलब्धि “दिल्ली डिक्लेरेशन” पर पूर्ण सहमति को माना जा रहा है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इस बात की तारीफ़ की है , कि बैठक में दिल्ली डिक्लेरेशन पर पूर्ण सहमति बन गई है।
- “दिल्ली डिक्लेरेशन” में वसुधेव कुटुंबकम कि अवधारणा के साथ आगे बढ़ते हुए , सभी देश टेक्नोलॉजी , व्यापार, मेडिसिन,ईंधन आदि के क्षेत्र में मिलजुल कर काम करेंगे।
- India-MiddleEast-Europe Economic Corridor :पुरे विश्व के लिए इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट को सुगम बनाने के लिए India-MiddleEast-Europe Economic Corridor के लिए भी इसमें प्रस्ताव पास हुआ है।
- G20 समिट के एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने चीन की तारीफ़ करते हुए और भारत पर तंज कसते हुए कहा था कि “चीन धरती को लेकर एक अलग विज़न लेकर चल रहा है , वो एक “Belt and road” इनिशिएटिव लेकर आए , और वो ऐसा इस लिए कर पाए क्योंकि वो ग्लोबल प्रोडक्शन के सेंटर में है। और भारत के पास में नहीं देख पा रहा हूँ कि ऐसा कोई विज़न है।
- हमारे सामने चुनौती यह है कि, क्या हम एक विकल्प दे सकते हैं। और यह डेमोक्रेटिक कंडीशन और पोलिटिकल और इकनोमिक फ्रीडम के साथ करें।” और उसके अगले ही दिन G20 की बैठक में India-MiddleEast-Europe Economic Corridor की घोषणा हो जाती है।
- वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन(Global Biofuels Alliance): पेट्रोलियम उत्पादों जैसे पेट्रोल डीज़ल आदि पर निर्भरता काम करने के लिए , इस बैठक में जैव ईंधन के बारे में भी चर्चा की गई तथा इसे बढ़ावा देने की बात की गई। जिससे की पर्यावरण प्रदुषण नियंत्रित होगा। और चूँकि पेट्रोलियम उत्पाद सिमित मात्रा में उपलब्ध हैं। तो इसका विकल्प ढूंढना ही होगा। और हमें जैव ईंधन तथा अन्य ऊर्जा के स्रोतों कि तरफ जाना होगा।
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